कॉस्मेटिक्स (सौंदर्य) उत्पाद, श्रृंगार करने का सबसे बड़ा साधन बन गया है और यही साधन पशु क्रूरता को बढ़ावा भी दे रहा है। हम सोचते हैं की थोड़ा सा आईलाइनर या लिपस्टिक लगाने में कोई बुराई नहीं है, सुंदर तो दिखना होगा न, लेकिन क्या सौंदर्य उत्पाद के लिए पशु क्रूरता सही है? बिलकुल नहीं। 

कॉस्मेटिक उत्पाद बनाने के लिए इसमें पशु पदार्थ का इस्तेमाल किया जाता है और पशु पदार्थ चुराने के लिए जानवरों को क्रूरता से प्रताड़ित किया जाता है। 

इंसानों पर किसी भी सौंदर्य उत्पाद का बुरा असर न पड़े इसके लिए कॉस्मेटिक उद्योग किसी भी कॉस्मेटिक उत्पाद को बनाने से पहले उसके रसायन का परीक्षण विभिन्न जानवरों जैसे चूहे, मेंढक, खरगोश, सूअर, बंदर, आदि पर करता है। जानवरों को जबदरदस्ती जहरीला रसायन सुंघाया जाता है, उनके बाहरी त्वचा और आंखों पर रसायन का परीक्षण किया जाता है। 

यह अनुमान लगाया गया है कि दुनिया भर में हर साल कॉस्मेटिक उद्योग के कारण 100,000 – 200,000 जानवर पीड़ित होते हैं और मारे जाते हैं। कॉस्मेटिक उद्योग की मांग भारत में हर साल बढ़ रही है।

पशु पदार्थ आधारित कॉस्मेटिक उत्पाद 

नीचे आप उन सभी कॉस्मेटिक उत्पादों का लिस्ट देख सकते हैं जिन्हें बनाने के लिए पशु पदार्थ का इस्तेमाल किया जाता है।

1. लिपस्टिक्स

लिपस्टिक, ‘कोचिनियल डाई’ (Cochineal Dye) से बनता है, और यह डाई कोचीनियल बीटल (Cochineal Beetles) या कीड़े को मसलकर बनाया जाता है। इसके अलावा लिपस्टिक में ‘गुआनिन’ (Guanine – मछली के चमड़े से प्राप्त पदार्थ), ‘स्क्वालेन’ (Squalane – शार्क के लिवर का तेल) और ‘टैलो’ (Tallow – मांस में मौजूद वसा) पशु पदार्थ शामिल हैं। 

2. आंखों का मेकअप

आंखों के मेकअप वाले उत्पाद में ‘गुआनिन’ (Guanine – मछली के चमड़े से प्राप्त पदार्थ) और मांस में मौजूद वसा शामिल होते हैं। इसी के साथ इसमें ‘स्क्वालेन’ (Squalane – शार्क के लिवर का तेल) भी इस्तेमाल किया जाता है।

3. नेल पॉलिश

नेल पोलिश को बनाने के लिए ‘कारमाइन’ (Carmine – मसले हुए कीड़े), चमक देने के लिए ‘गुआनिन’ (Guanine – मछली के चमड़े से प्राप्त पदार्थ) और ‘कस्तूरी का तेल’, जो नर हिरण से प्राप्त होता है इन सभी पशु पदार्थ का इस्तेमाल किया जाता है।

4. कॉस्मेटिक क्रीम

कॉस्मेटिक क्रीम को बनाने के लिए ‘पशु चर्बी’, ‘जिलेटिन’ (Gelatin – एक प्रोटीन है जो पानी के साथ त्वचा, टेंडन, लिगामेंट्स और हड्डियों को उबाल कर प्राप्त किया जाता है), ‘एस्ट्रोजेन’ (Estrogen – महिला सेक्स हार्मोन) इसे गर्भवती घोड़ी के पेशाब से निकाला जाता है (जी हां, आपने सही पढ़ा) इन सभी पशु पदार्थ का इस्तेमाल कॉस्मेटिक क्रीम को बनाने के लिए किया जाता है।

5. परफ्यूम 

परफ्यूम को बनाने के लिए ‘कस्तूरी का तेल’ (जो नर हिरण से प्राप्त होता है), ‘मधुमक्खी छत्ते के मोम’, ‘कस्टोरेयम’ (Castoreum – ऊदबिलाव के मल से निकला पदार्थ), ‘एम्बरग्रीस’ (Ambergris – व्हेल के पेट से निकलने वाला एक मोमी तेल), हाइरेसियम (हाइरेक्स नामक जानवर का मल मूत्र), सिवेट (जानवर के मलद्वार के पास से निकाला हुआ पदार्थ) इन सभी पशु पदार्थ का इस्तेमाल किया जाता है।

6. मेकअप रिमूवर

मेकअप रिमूवर को बनाने के लिए ‘वसिक अम्ल’ – Stearic Acid (सुवर के पेट से प्राप्त पदार्थ) और ‘लैनोलिन’ (Lanolin – ऊन धारण किये हुए पशुओं का उत्सर्जन) जैसे पशु पदार्थों का इस्तेमाल किया जाता है। 

7. शैम्पू और कंडीशनर 

शैम्पू को बनाने के लिए ‘रेशम का पाउडर’ (रेशन के कीड़ों से प्राप्त), ‘केराटिन’ (Keratin – यह जानवरों के खुरों, बालों, सींघों, शल्कों और अन्य केराटिनीकृत जानवरों के अंगों से प्राप्त होता है), और ‘जेलाटीन’ (Gelatin – पशुओं के मज्जा से प्राप्त पदार्थ) इन सभी पशु पदार्थों का इस्तेमाल किया जाता है।

8. टूथपेस्ट

ज्यादातर टूथपेस्ट में ‘ग्लिसरीन’ (Glycerin) होता है जो इसे पेस्ट जैसी क्वालिटी देता है। पौधों की तुलना में जानवरों की हड्डियों से ग्लिसरीन प्राप्त करना सस्ता है इसलिए टूथपेस्ट को बनाने के लिए पशुओं के ग्लिसरीन का इस्तेमाल किया जाता है।

9. फाउंडेशन 

फाउंडेशन को बनाने के लिए ‘टैलो’ (Tallow – मांस में मौजूद वसा) का इस्तेमाल किया जाता है।

10. ब्लश 

ब्लश उत्पाद ‘कोचिनियल डाई’ (Cochineal Dye – कीड़े को मसल कर बनाया हुआ पदार्थ) से बना होता है। 

कॉस्मेटिक उत्पाद इस्तेमाल करने वालों को यह पता भी नहीं है की वे अपने शरीर पर पशु पदार्थ का इस्तेमाल कर रहीं/रहे हैं। हम सुंदर दिख सकें इसके लिए लाखों जानवरों को प्रताड़ित किया जाता है और अंत में उन्हें मौत के घाट उतार दिया जाता है। 

तो फिर जिन्हें श्रृंगार करने के लिए कॉस्मेटिक उत्पाद का इस्तेमाल करना ही है वे क्या करें अब? 

समस्या का समाधान क्या है?

वनस्पति आधारित, हिंसा मुक्त कॉस्मेटिक उत्पाद इस समस्या का समाधान है। लोगों में पशु क्रूरता की जागरूकता बढ़ी है इसलिए कॉस्मेटिक कम्पनीज वनस्पति आधारित सामग्री का इस्तेमाल कॉस्मेटिक उत्पाद में पशु पदार्थ विकल्प के रूप में कर रही हैं, इन्हें वीगन उत्पाद भी कहा जाता है। 

वनस्पति आधारित कॉस्मेटिक उत्पाद का चयन करें ताकि आप पशु क्रूरता के सहभागी न बनें। 

वीगन या हिंसा मुक्त कॉस्मेटिक उत्पाद को पहचानने के लिए “Cruelty Free” प्रतीक और वह उत्पाद किस पदार्थ से बना है ये सब जांच लें। वीगन उत्पाद में किसी भी प्रकार से पशु आधारित पदार्थ का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। 

हम में से हर कोई सुंदर दिखना पसंद करता है, और यह हर व्यक्ति का अधिकार है कि वह जैसा चाहे वैसा दिखे। हम मासूम प्राणियों के शोषण का समर्थन किए बिना कॉस्मेटिक उत्पाद का इस्तेमाल कर सकते हैं। जैसे-जैसे हम अधिक जागरूक होते हैं, यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम सही चुनाव करें। अपनी दुनिया को बेहतर बनाने में हमें अपनी भूमिका निभानी है इसलिए वनस्पति आधारित कॉस्मेटिक उत्पाद को अपने जीवनशैली का हिस्सा बनाएं।

सावधानी : केवल ‘क्रूरता मुक्त’ लेबल होने का मतलब यह नहीं है कि यह एक वीगन उत्पाद है, क्योंकि इसमें पशु सामग्री हो सकती है और किसी जानवर पर इसका परीक्षण नहीं किया गया था। साथ ही, वीगन कहने वाले उत्पाद का मतलब यह भी नहीं हो सकता है कि यह क्रूरता मुक्त है, क्योंकि उत्पाद पौधे आधारित हो सकता है, लेकिन शायद उन्होंने जानवरों पर इसका परीक्षण किया हो। इसलिए आज की व्यावसायिक दुनिया में, हमें ऐसे उत्पादों की तलाश करने की आवश्यकता है जिनमें क्रूरता मुक्त+वीगन दोनों लेबल हों।

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